Bhootnath
₹1,320.00
कालजयी उपन्यास, जिसे दो लेखकों ने लिखा । बाबू देवकीनन्दन खत्री ने इसे लिखना शुरू ही किया था जब उनका देहान्त हो गया, उनकी मृत्यु के बाद उनके सुयोग्य पुत्र बाबू दुर्गाप्रसाद खत्री ने इसे लिख कर पूरा किया ।
भूतनाथ बड़ा ही दबंग ऐयार था पर भूलवश कुछ पाप इससे ऐसे हो गये जिस कारण इसे लोगों को मुंह दिखाना मुश्किल हो गया । लेकिन इसने भी हार नहीं मानी और अपने पापों को सुधार कर एक नेक इन्सान बनने का निश्चय किया । राजा बीरेन्द्रसिंह की आज्ञानुसार इसने अपनी यह जीवनी लिखी जिसके रहस्यों को पढ़ कर लोग दंग रह गए ।
3 खंडों में समाप्त
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